मुख्यपृष्ठबारिश मेरी मोहब्ब्त बेजुबा होती रही... bySandeep Tiwari •मार्च 28, 2022 0 मेरी मोहब्बत बेजुबा होती रही,दिल की धड़कने अपना वजूद खोती रही!कोई नही आया मेरे दुःख में करीब,,एक बारिश थी जो मेरे साथ रोती रही!! ✍️ संदीप तिवारी (ढेमन बाबू) Tags: बारिश Facebook Twitter