मुख्यपृष्ठप्रातः वंदन इश्क वही हैं bySandeep Tiwari •मार्च 05, 2022 0 इश्क़ वही है जो हो एक तरफा,इज़हार-ऐ-इश्क़ तो ख्वाहिश बन जाती है,है अगर मोहब्बत तो आँखों में पढ़ लो,ज़ुबान से इज़हार तो नुमाइश बन जाती है। Tags: प्रातः वंदन Facebook Twitter