मुख्यपृष्ठपरवाह चाहत के ए कैसे अफसाने हुए... bySandeep Tiwari •अप्रैल 04, 2022 0 चाहत के ए कैसे अफ़साने हुए;खुद नज़रों में अपने बेगाने हुए;अब दुनिया की नहीं कोई परवाह हमें;इश्क़ में तेरे इस कदर दीवाने हुए। ✍️ संदीप तिवारी (ढेमन बाबू) Tags: परवाह Facebook Twitter