एक अजीब दास्तान हैं मेरे...

एक अजीब दास्तान है मेरे अफसाने की..
मैने पल पल कोशिश की उसके  पास जाने की,!
किस्मत थी मेरी या साजिश थी ज़माने की,
दूर हुई मुझसे इतना जितनी उमीद थी करीब आने की.!!
              ***✍️ संदीप तिवारी (ढेमन बाबू)***

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