तुम पूछो और मैं न बताऊँ
ऐसे तो हालात नहीं
एक ज़रा सा दिल टूटा है
और तो कोई बात नहीं.....!!
छुपते छुपाते रात चली है ,
बादलों की टोली साथ चली है ,
लेकर डोली भोर को लाने ,
संग तारों की बारात चली है ...
✍️ संदीप तिवारी (ढेमन बाबू)
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बारात