यादों में तेरी याद थी...

यादों में तेरी याद थी
क्या याद था
कुछ याद नहीं

तेरी याद में सब कुछ भूल गये
क्या भूल गये
कुछ याद नहीं

याद हो तो सिर्फ तुम ही तुम..
क्यूँ याद हो
ये याद नहीं...
✍️ संदीप तिवारी (ढेमन बाबू)

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