मुख्यपृष्ठआगोश सांसों की माला.... bySandeep Tiwari •अक्टूबर 14, 2022 0 साँसों की माला में पिरो कररखे हैं तेरी चाहतों के मोतीअब तो तमन्ना यही है किबिखरूं तो सिर्फ तेरे आगोश में।✍️ संदीप तिवारी (ढेमन बाबू)https://dhemanbabu.blogspot.com/ Tags: आगोश Facebook Twitter