मुख्यपृष्ठखानदान जिन्दगी भर समेटते ही रहे.... bySandeep Tiwari •दिसंबर 01, 2022 0 जिन्दगी भर समेटते ही रहे,फिर भी पूरा सामान बिखरा है!झोपड़ी ने सहेज कर रखा,,महलों में खानदान बिखरा है!!✍️ संदीप तिवारी (ढेमन बाबू)https://dhemanbabu.blogspot.com/ Tags: खानदान Facebook Twitter