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अभी सूरज डूबा नही....

अभी सूरज डूबा नहीं जरा सी शाम तो होने दो, हम खुद लौट जाएंगे पहले हमे नाकाम तो होने दो, हमें बदनाम करने का वजह ढूंढता है जमान…

हाथ की लकीरों में जो ढूंढते हैं....

हाथ की लकीरों में जो ढूंढते हैं किस्मत अपनी , उनकों इल्म नहीं है लकीरें बदली जा सकती हैं । जब रिश्तेदारी साथ न दे हमारा किसी…

हाथ खाली हैं...

“हाथ ख़ाली हैं तिरे शहर से जाते जाते  जान होती तो मेरी जान लुटाते जाते ” ✍️ संदीप तिवारी (ढेमन बाबू) https://dhe…

किस्से बनेंगे अब के बरस....

किस्से बनेंगे अब के बरस भी कमाल के ये साल तो गया है कलेजा निकाल के तुमको नया ये साल मुबारक हो दोस्तों मैं जख़्म ग…

ना मोहब्बत ना दोस्ती के लिए...

ना मोहब्बत ना दोस्ती के लिए , वक्त रुकता ही नही है किसी के लिए ,, अपने दिल को ना दुःख दो यू ही,,,    इस जमाने की…

मंजिलें पावं पकड़ती हैं....

मंज़िलें  पाँव पकड़ती हैं ठहरने के लिए , शौक़ कहता है कि दो चार क़दम और सही !! ✍️ संदीप तिवारी (ढेमन बाबू) https…

शहर में छाले...

शहर में छाले पड़ जाते है जिन्दगी के पाँव में, सुकून का जीवन बिताना है तो आ जाओ गाँव में. ✍️ संदीप तिवारी (ढेमन बा…

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