एक शम्मा अंधेरे में जलाए रखना...

एक शम्मा अंधेरे में जलाए रखना,
सुबह होने को है मौहौल बनाए रखना,
कौन जाने वो किस गली से गुज़रे,
हर गली को फूलो से सजाए रखना!
    ✍️ संदीप तिवारी (ढेमन बाबू)
    

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