किसका चेहरा अब मैं देखूं....?

किसका चेहरा अब मैं देखूं...? 
चाँद भी देखा.. फूल भी देखा..!

बादल बिजली.. तितली जुगनूं ! 
कोई नहीं है ऐसा.. तेरा हुस्न है देखा..!! 
✍️ संदीप तिवारी (ढेमन बाबू)

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