मुख्यपृष्ठतुमसे बिछड़ कर.. बहुत से ख्वाब अधूरे रह गए.... bySandeep Tiwari •सितंबर 21, 2022 0 बहुत से ख्वाब अधूरे रह गए,हम तुम मिलते मिलते बिछड़ गए!सरहदों का हमारे दरमिया आना,कितना मुश्किल हो गया!तुमसे बिछड़ कर,तुम्हारे बिन जिंदा रह पाना!!✍️ संदीप तिवारी (ढेमन बाबू)https://dhemanbabu.blogspot.com/ Tags: तुमसे बिछड़ कर.. Facebook Twitter