मैं तो ग़ज़ल सुना के....

“मैं तो ग़ज़ल सुना के अकेला खड़ा रहा 
सब अपने-अपने चाहने वालों में खो गए” 
✍️ संदीप तिवारी (ढेमन बाबू)

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