मुख्यपृष्ठमोहब्बत समझूं सादगी इतनी भी... bySandeep Tiwari •मई 27, 2022 0 सादगी इतनी भी नहीं है अब ‘बाकी‘ मुझ में,,,कि तू वक्त ‘गुजारे‘ और मैं “मोहब्बत“ समझूं .....!!✍️ संदीप तिवारी (ढेमन बाबू) Tags: मोहब्बत समझूं Facebook Twitter