ना जाने मुहब्बत में कितने...

ना जाने मुहब्बत में कितने अफसाने बन जाते हैं,
शमा जिसको भी जलाती है वो परवाने बन जाते हैं!
कुछ हासिल करना ही इश्क कि मंजिल नही होती,,
किसी को खोकर भी कुछ लोग दिवाने बन जाते हैं!!
✍️ संदीप तिवारी (ढेमन बाबू)

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